दलहन बाजार की वर्तमान स्थिति और मूल्य प्रवृत्तियाँ

मसूर - रुक-रुक कर तेजी बनी हुई है पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष मसूर का उत्पादन अधिक हुआ है, लेकिन घरेलू खपत 28 लाख मीट्रिक टन है। इस स्थिति में, घरेलू उत्पादन में 16 लाख मीट्रिक टन का अतिरिक्त उत्पादन अधिक प्रभावी नहीं हो पा रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मसूर की कीमतों में तेजी देखी जा रही है, जिससे आयात महंगा हो गया है। इसके चलते, पिछले पखवाड़े में मुनाफा वसूली के चलते मसूर की कीमतें स्थिर हुई हैं, और अब 6740/6750 रुपए प्रति कुंतल के आसपास चल रही हैं। कनाडा की मसूर 6200/6220 रुपए प्रति कुंतल बिक रही है। इस समय, कीमतों में गिरावट की संभावना नहीं है। हालांकि, थोड़ी स्थिरता के बाद फिर से तेजी देखने को मिल सकती है। उड़द - वर्तमान भाव में व्यापार करें मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में उड़द की बिजाई इस वर्ष मौसम अनुकूल रहने के कारण अच्छी हुई है। हालांकि, महाराष्ट्र के कुछ तराई क्षेत्रों में पानी भरा पड़ा है, जिसके कारण वहां बिजाई में देरी हुई है। मध्य प्रदेश में उड़द की फसल अच्छी आने की संभावना है। इस बीच, हाजिर माल की कमी के कारण चेन्नई से लगातार आयात बढ़ रहा है। इस कारण बाजार में बढ़ोतरी आई है, और एसक्यू क्वालिटी का दाम 8275 रुपए तथा एफ ए क्यू का भाव 7550 रुपए प्रति कुंतल तक पहुंच गया है। अब इस स्तर से और अधिक बिकवाल नहीं दिख रहे हैं, जिससे बाजार में और बढ़ोतरी हो सकती है। मूंग - अब बढ़े हुए भाव में बेचें उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के हल्के-भारी मूंग की कीमतें 6200/7600 रुपए प्रति कुंतल तक चल रही हैं। कानपुर लाइन के बढ़िया सिलेक्टेड मूंग की कीमतें 7700/7900 रुपए तक पहुँच चुकी हैं, जबकि हल्के माल की कीमतें 5800/6300 रुपए के बीच हैं। बिहार के माल की कीमतें भी इसी अनुपात में हैं। पिछले दिनों चीन से बढ़िया माल की निरंतर मांग ने कीमतों में तेजी ला दी थी। हालांकि, अब बढ़े हुए भाव में मुनाफा वसूली की स्थिति बन रही है, क्योंकि नई मूंग की फसल सितंबर-अक्टूबर में महाराष्ट्र और राजस्थान से आने लगेगी। तुवर - अब ज्यादा तेजी की संभावना नहीं तुवर की बिजाई खरीफ सीजन में अधिक हुई है, लेकिन पिछले कुछ दिनों में सस्ते दाम पर माल बिकने के बाद उत्तर भारत में दाल मिलों से मांग आ रही है। इस कारण तुवर की कीमतों में गिरावट आई है। लेमन तुवर का भाव 6800 रुपए से घटकर 6500 रुपए प्रति कुंतल हो गया है। महाराष्ट्र के पुराने माल की कीमतें अब ऊंची हो रही हैं, लेकिन बाजार में सामान्य मांग बनी हुई है। हालांकि, इस समय दाल की बिक्री कमजोर चल रही है, और कटनी तथा हाथरस लाइन की दाल, दिल्ली की तुलना में सस्ती बिक रही है। इस कारण, तुवर बाजार में 100 रुपए तक की हल्की-फुल्की उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं, लेकिन लंबी अवधि के लिए ज्यादा तेजी की संभावना नहीं है।

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