रिकॉर्ड शुरुआती धान खरीद: पंजाब और हरियाणा में तेज़ कटाई से 46% की बढ़ोतरी

भारतीय खाद्य निगम (FCI) ने अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में 70 लाख टन से अधिक चावल की खरीद की, जो पिछले वर्ष की लगभग 60 लाख टन की तुलना में अधिक है। पहले पखवाड़े में खरीद 48.5 लाख टन रही थी। अधिकारियों के अनुसार, यह बढ़ोतरी पंजाब और हरियाणा में जल्दी हुई फसल कटाई के कारण है, जहाँ धान की खरीद सामान्य 1 अक्टूबर की शुरुआत से पहले, मध्य सितंबर में शुरू हो गई थी। हालांकि धान विपणन सत्र आधिकारिक तौर पर अक्टूबर से शुरू होता है, पर हर राज्य में खरीद की समय-सीमा अलग-अलग होती है। पंजाब, जो केंद्रीय पूल में सबसे बड़ा योगदानकर्ता है, ने 31 अक्टूबर तक 69.4 लाख टन की खरीद की यह पिछले साल के 46.6 लाख टन से 49% अधिक है। हरियाणा में खरीद 22.7% बढ़कर 38.1 लाख टन रही, जबकि तमिलनाडु में सितंबर से शुरू हुई खरीद दोगुनी होकर 7.5 लाख टन तक पहुँच गई। अन्य राज्यों ने मिलकर 4 लाख टन की खरीद की, जिसमें उत्तराखंड (2.9 लाख टन), उत्तर प्रदेश (61,701 टन) और तेलंगाना (27,157 टन) शामिल हैं। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए केंद्र ने खरीफ फसल से 463.5 लाख टन चावल की खरीद का लक्ष्य रखा है, जो पिछले वर्ष की 545.2 लाख टन की तुलना में कम है। पिछले साल पंजाब से 116.1 लाख टन और हरियाणा से 36.2 लाख टन खरीद शामिल थी। हालाँकि पंजाब और हरियाणा में खरीद क्रमशः 30 नवंबर और 15 नवंबर तक निर्धारित है, लेकिन विशेषज्ञों का अनुमान है कि फसल की जल्दी आमद के कारण खरीद इससे पहले ही पूरी हो जाएगी। छत्तीसगढ़, ओडिशा और मध्य प्रदेश में खरीद 1 नवंबर से शुरू होने जा रही है, और मध्य प्रदेश ने राज्य एजेंसियों के माध्यम से सीधी खरीद की अनुमति मांगी है। कृषि मंत्रालय ने अभी खरीफ फसलों के उत्पादन के अनुमान जारी नहीं किए हैं, जो अगले सप्ताह आने की संभावना है। इस सीजन में धान की बुवाई रिकॉर्ड 4.416 करोड़ हेक्टेयर तक पहुँची, जो पिछले वर्ष के 4.357 करोड़ हेक्टेयर से अधिक है।

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