मक्का बाजार अपडेट: हल्की उतार-चढ़ाव, स्थिर मांग

कल, देशभर में मक्का की कीमतों में मिलाजुला रुख देखा गया। बाजार की स्थिति मुख्य रूप से गुणवत्ता, नमी और मांग पर निर्भर रही, जिससे कुछ क्षेत्रों में हल्की मजबूती दिखी, जबकि कुछ प्रमुख केंद्रों पर दबाव बना रहा। गुजरात में राजकोट में ₹50 की मामूली बढ़ोतरी हुई, जबकि प्रोसेसिंग प्लांट जैसे रॉकेट विरामगाम में ₹10 की वृद्धि देखी गई। हालांकि, सायाजी काठवाड़ा और ग्रेनस्पैन अहमदाबाद में हल्की गिरावट दर्ज की गई। मध्य प्रदेश में बीना, गंजबासोदा और जोबाट जैसे केंद्रों पर सामान्य आवक के कारण कीमतें स्थिर रही। वहीं, छिंदवाड़ा में बेहतर गुणवत्ता (A और A+) के मक्के में ₹20 की तेजी आई, जबकि कम गुणवत्ता में नरमी देखने को मिली। इसके अतिरिक्त, इंदौर के लोकल बाजार में ₹25 की गिरावट आई, जबकि एथेनॉल/अल्कोहल प्लांट जैसे हरदा और घाटाबिल्लौद में हल्की मजबूती देखी गई। महाराष्ट्र में बाजार अपेक्षाकृत मजबूत रहे, जहाँ नासिक में हल्की तेजी आई, और जलना तथा सांगली में ₹25 से ₹50 तक की बढ़ोतरी हुई। वहीं, सैनस्टार शिरपुर और अंबुजा चालिसगांव में कीमतें स्थिर से मजबूत बनीं रही। बिहार की मंडियों में अधिक आवक और कमजोर खरीदारी दबाव का कारण बनी, जिससे मुजफ्फरपुर में ₹35 और गुलाबबाग/पूर्णिया में लगभग ₹100 की गिरावट हुई। इसके विपरीत, राजस्थान के बाजार में मजबूती रही, और बूंदी में ₹100 की तेज़ वृद्धि हुई, साथ ही रामगंज और पालसाना में भी मामूली तेजी देखी गई। उत्तर प्रदेश में वैल्यू-एडेड उत्पादों और प्लांट की मांग में सुधार हुआ, जहाँ लखनऊ दलिया ₹100 बढ़कर ₹2700 पर और बाराबंकी में मक्का ₹25 बढ़कर ₹2050 पर कारोबार कर रहा था। कुल मिलाकर, मक्का बाजार फिलहाल ठहराव के दौर में दिख रहा है, जो यह संकेत देता है कि निकट भविष्य में न तो कीमतों में तेज़ गिरावट की संभावना है और न ही ज़ोरदार तेजी की गुंजाइश है। उच्च गुणवत्ता वाले मक्के की घरेलू मांग स्थिर बनी हुई है, और यदि उत्पादन क्षमता बढ़ती है, तो मक्के की एथेनॉल उत्पादन के लिए खपत में भी वृद्धि हो सकती है। साथ ही, निर्यात मांग अभी भी सतर्क बनी हुई है। ये सभी कारक मिलकर यह बताते हैं कि बाजार में एकतरफा तेज़ी की बजाय, यह स्थिर रहेगा या हल्का सा मजबूत रुझान दिखा सकता है।

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