चना रिपोर्ट

पिछले सप्ताह चना दाल और बेसन में मजबूत मांग बनी रही, जिसके कारण कीमतों में ₹25 प्रति क्विंटल का इज़ाफा देखा गया। चना में भी सप्ताह के दौरान हलकी मजबूती देखने को मिली, हालांकि पूरी तरह से स्थिर नहीं था। ऑस्ट्रेलिया में बारिश के कारण चने की कटाई में देरी हुई, जिससे डॉलर में भाव मजबूत हुए। ऑस्ट्रेलिया से चने का आयात अधिक होने के बावजूद, घरेलू स्टॉक कमजोर और बिक्री सुस्त रही, जिससे बाजार में मिश्रित भावना रही। देशी चने का स्टॉक कमज़ोर होने के कारण और अच्छे गुणवत्ता वाले चने की कमी की वजह से कीमतों में सुधार देखने को मिला। ऑस्ट्रेलिया में इस वर्ष बेहतर चना उत्पादन की वजह से वहां बिकवाली में वृद्धि हुई है। 19 नवंबर को मुंद्रा पोर्ट पर "TAOKAS WISDOM" जहाज पहुंचा, जिसमें लगभग 30,000 टन चना होने की संभावना है। मुंद्रा पोर्ट पर ट्रैफिक होने के कारण अभी तक अनलोडिंग में देरी हुई है, लेकिन 3-4 दिसंबर तक अनलोडिंग शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। दिसंबर में 2 लाख टन से अधिक ऑस्ट्रेलियाई चना आयात होने की उम्मीद थी, लेकिन विभिन्न कारणों से अब यह अनुमान कम हो सकता है। सीमित घरेलू स्टॉक और शादियों के साथ-साथ कुंभ मेले के कारण चना के फंडामेंटल मजबूत नजर आ रहे हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया से सस्ते चने का आयात और फॉरवर्ड चने की कम कीमतों के कारण बाजार में मिश्रित और कुछ कमजोर भावना बनी हुई है। चना बाजार में मौजूदा माहौल अनिश्चित है और सही अनुमान लगाना कठिन हो सकता है। फिलहाल दिल्ली चना ₹7000 के ऊपर ₹7325 तक मजबूत हो सकता है, जबकि ₹6700 के नीचे कमजोर रहने की संभावना है। बाजार में एक ओर मजबूत फंडामेंटल्स और शादियों के सीजन के साथ अच्छा प्रदर्शन हो सकता है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया से सस्ते आयात और बाजार के अनिश्चित माहौल को लेकर सेंटीमेंट में कुछ दबाव भी रहेगा।

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