आगामी पश्चिमी विक्षोभ का उत्तर-पश्चिम भारत पर प्रभाव।
आगामी पश्चिमी विक्षोभ का उत्तर-पश्चिम भारत पर प्रभाव। पूर्व मध्य अरब सागर और उससे सटे तटीय कर्नाटक पर बना कम दबाव का क्षेत्र अगले 2 दिनों के दौरान धीरे-धीरे पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा। अगले 12 घंटों तक इसकी तीव्रता बनी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की उम्मीद है। आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल और तटीय कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो बार भारी बारिश हो सकती है। तेलंगाना, महाराष्ट्र, दक्षिण छत्तीसगढ़, लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश हो सकती है। 7 दिसंबर की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और 08 दिसंबर से उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानी इलाकों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। हमें 7 से 9 दिसंबर के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में तथा 8 दिसंबर को उत्तर-पश्चिम भारत के समीपवर्ती मैदानों में छिटपुट से लेकर छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा और बर्फबारी की उम्मीद है। अगले दो दिनों में, उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के साथ-साथ महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में कोई बदलाव होने की उम्मीद नहीं है, इसके बाद के तीन दिनों में 2-4 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक गिरावट होगी। गुजरात क्षेत्र में, अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है, जबकि अगले तीन दिनों में 3-4 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक गिरावट होगी। देश के बाकी हिस्सों में, अगले 4-5 दिनों में न्यूनतम तापमान में कोई बदलाव होने की उम्मीद नहीं है।