दलहन बाजार रिपोर्ट

देसी चना राजस्थान की मंडियों में देसी चने की आवक औसतन 8-9 ट्रक प्रतिदिन हो रही है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 50% कम है। इसके बावजूद, ऑस्ट्रेलियाई चना नवंबर-दिसंबर शिपमेंट के दौरान मंदे भाव में बिकने लगा है। जनवरी और फरवरी में देसी और विदेशी दोनों प्रकार के चनों की आवक होने की संभावना है, जिससे तेजी की धारणा समाप्त हो गई है। वर्तमान में, देसी चना 6950 रुपए प्रति क्विंटल के भाव पर बिक रहा है, लेकिन दाल मिलों की खरीददारी कमजोर है। ऑस्ट्रेलियाई माल एक महीने से स्टॉक में पड़ा हुआ है। मसूर कनाडा से मसूर के भाव इस सप्ताह कुछ घटकर बोले जा रहे हैं, जिससे मुंदड़ा पोर्ट पर आने वाले माल के भाव पर हल्का दबाव दिखने लगा है। मध्य प्रदेश में स्टॉकिस्टों की खरीदारी के कारण दिल्ली के लिए देसी मसूर के भाव 6620-6630 रुपए प्रति क्विंटल हो गए हैं, जबकि कनाडा के माल के भाव 6100-6120 रुपए प्रति क्विंटल बोलने लगे हैं। कच्ची मंडियों में मसूर का स्टॉक 87% बिक चुका है, और अब व्यापार में कोई रिस्क नहीं दिखाई दे रहा है। उड़द सरकार द्वारा तीन महीने पहले उड़द का न्यूनतम समर्थन मूल्य 450 रुपए बढ़ाकर 7400 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया गया था, लेकिन पिछले पखवाड़े में इसके भाव लगातार घटकर कम हो गए हैं। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में उड़द की आवक कम हो रही है, लेकिन घटे हुए भाव पर ग्राहकी निकलने से चेन्नई में उड़द के भाव स्थिर हो गए हैं। हालांकि, लंबी अवधि में उड़द के भाव में कोई तेजी की संभावना नहीं है। फिलहाल, एसक्यू उड़द के भाव 94 रुपए प्रति किलो और एफक्यू उड़द के भाव 83 रुपए प्रति किलो तक गिर गए हैं। नई फसल के माल के सस्ते बिकने के कारण एफक्यू में और गिरावट आई है। वर्तमान में उड़द के भाव कुछ दिनों के लिए स्थिर रहेंगे। मूंग सरकार ने मूंग का न्यूनतम समर्थन मूल्य 124 रुपए बढ़ाकर 8682 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया था। मध्य प्रदेश की कुछ मंडियों से खरीदारी की खबरें आ रही हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के हल्के माल 5500-6500 रुपए प्रति क्विंटल के बीच बिक रहे हैं, जिससे बाजार में मूंग के भाव 7000-7300 रुपए प्रति क्विंटल के बीच बने हुए हैं। इस स्थिति में मूंग का व्यापार करना सही रहेगा। तुवर किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलवाने के लिए सरकार ने तुवर का न्यूनतम समर्थन मूल्य 550 रुपए बढ़ाकर 7550 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया था। महाराष्ट्र, कर्नाटका और मध्य प्रदेश में समय पर बारिश होने से तुवर की बिजाई अच्छी हुई है, लेकिन नई फसल का दबाव मंडियों में धीरे-धीरे बढ़ने लगा है और फॉरवर्ड सौदे मंदे हो रहे हैं। इस कारण तुवर में मंदी की धारणा बन गई है, और अगले कुछ दिनों में इसके भाव में 10 रुपए प्रति किलो और गिरावट की संभावना है। फिलहाल, तुवर का भाव 97 रुपए प्रति किलो है। मटर इस बार मटर का उत्पादन मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में अच्छा हुआ है। इसके अलावा, सरकार ने भारी मात्रा में मटर आयात किया है और आयात शुल्क भी हटा दिया है, जिससे फारवर्ड सौदे बढ़े हैं। इसके चलते तेजी की धारणा समाप्त हो गई है, लेकिन मौजूदा भाव पर मटर के भाव में गिरावट की कोई संभावना नहीं है। वर्तमान में सफेद मटर 3300-3350 रुपए प्रति क्विंटल और छने हुए मटर 3800-3900 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहे हैं। हालांकि, इसमें गिरावट की कोई संभावना नहीं है, लेकिन अवसर मिलने पर माल बेचते रहना चाहिए।

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