सरसों रिपोर्ट
पिछले सप्ताह के दौरान सरसों में मांग न होने के कारण ₹50 प्रति क्विंटल की गिरावट आई है। मौजूदा डिमांड के मुकाबले पर्याप्त सप्लाई के कारण सरसों पर दबाव बना हुआ है। इस सीजन में सरसों की कमजोर बुवाई के कारण अगले सीजन में उत्पादन घटने की संभावना है। उत्पादन में कमी आने से मीलों को नई फसल से पहले सप्लाई में समस्या हो सकती है। सरकारी स्टॉक की क्वालिटी हल्की होने के बावजूद फिलहाल बिड ऊँची लग रही है। ये ऊँची बिड सरसों की कीमतों को बड़ी गिरावट से बचाए हुए हैं। हालाँकि, जैसे-जैसे नई फसल का समय नजदीक आएगा, सरसों पर दबाव बढ़ेगा। मीलों के पास तेल और खल का पर्याप्त स्टॉक पड़ा हुआ है। पुराने तेल सौदों का उठाव कमजोर होने के कारण नई डिमांड भी कमजोर है। सरसों तेल फिलहाल पाम तेल से सस्ता बिक रहा है। तेल और खल की मांग को देखते हुए फिलहाल सरसों में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है। पाम तेल से सस्ता होने और सोया तेल के साथ कम अंतर के कारण सरसों तेल में ज्यादा उतार-चढ़ाव की संभावना नहीं है, और यह सीमित दायरे में रहने का अनुमान है। उत्पादन में कमी आने की संभावना के कारण अगले सीजन में सरसों का भविष्य बेहतर रहेगा। जयपुर में सरसों ₹6525 के अपने सपोर्ट के पास है, और यदि यह स्तर नीचे गिरता है, तो ₹6275 तक गिरावट हो सकती है।