अब तक की रबी फसलों की बोआई

कृषि व किसान कल्याण विभाग के अनुसार, 9 दिसंबर तक 493.62 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बोआई हो चुकी है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 486.30 लाख हेक्टेयर था। इस प्रकार, इस साल रबी फसलों के रकबे में करीब 1.5 फीसदी का इजाफा हुआ है। गेहूं का रकबा: इस साल रबी सीजन की सबसे बड़ी फसल गेहूं का रकबा 239.49 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, जो पिछले साल की समान अवधि के रकबे 234.15 लाख हेक्टेयर से 2.28 फीसदी अधिक है। दलहन फसलों का रकबा: दलहन फसलें अब तक 120.65 लाख हेक्टेयर में बोई जा चुकी हैं, जो पिछले साल की समान अवधि के 115.70 लाख हेक्टेयर से 4.27 फीसदी अधिक है। प्रमुख दलहन चना का रकबा इस सीजन में 86 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, जो पिछले साल के 80.35 लाख हेक्टेयर से 7 फीसदी अधिक है। इस साल अब तक मसूर का रकबा 14.75 लाख हेक्टेयर है, जो पिछले साल से 0.17 फीसदी अधिक है, जबकि मटर का रकबा मामूली गिरावट के साथ 8.09 लाख हेक्टेयर रहा। उड़द, मूंग और कुल्थी की बोआई में भी कमी आई है। तिलहन फसलों का रकबा: तिलहन फसलों का रकबा 9 दिसंबर तक 86.52 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया, जो पिछले साल की समान अवधि के 90.45 लाख हेक्टेयर से कम है। प्रमुख तिलहन सरसों का रकबा पिछले साल के 84.70 लाख हेक्टेयर से 4.28 फीसदी घटकर 81.07 लाख हेक्टेयर रह गया। मूंगफली का रकबा भी करीब 8 फीसदी घटकर 2.31 लाख हेक्टेयर रह गया। इसके अलावा अलसी और तिल के रकबे में भी गिरावट आई है। हालांकि, कुसुम और सूरजमुखी की बोआई में इजाफा हुआ है।

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