गेहूं बाजार रिपोर्ट
बाजार में नई आवक का सिलसिला शुरू हो चुका है, और जैसे-जैसे नई आवक का दबाव बढ़ रहा है, वैसे-वैसे कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। दिल्ली की प्रमुख मंडी में गेहूं के भाव ₹150 तक गिर चुके हैं, और अब गेहूं ₹2600 से ₹2650 के बीच कारोबार कर रहा है। अप्रैल 2025 से स्टॉक सीमा का समापन 1 अप्रैल 2025 से गेहूं पर लागू स्टॉक सीमा समाप्त हो जाएगी। हालांकि, स्टॉक सीमा समाप्त हो जाएगी, लेकिन व्यापारियों को अपने स्टॉक की जानकारी पारदर्शी और सही तरीके से पोर्टल पर देनी होगी। अगर इसमें किसी प्रकार की धोखाधड़ी या गड़बड़ी पाई जाती है, तो सरकार व्यापारियों, स्टॉकिस्टों, बड़ी चेन रिटेलर्स और मिल्स पर कड़ी कार्रवाई कर सकती है। यह कदम सरकार गेहूं की कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए उठा रही है, और व्यापारियों को हर शुक्रवार को अपनी खरीदी की जानकारी देनी होगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से अधिक खरीदी पर सरकार की स्थिति देशभर में किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की बिक्री में सक्रिय रूप से हिस्सा ले रहे हैं। कुछ सूत्रों के अनुसार, सरकार नहीं चाहती कि गेहूं MSP से ऊपर खरीदी जाए, जैसा कि पिछले साल हुआ था। उस समय बाजार में आपूर्ति की भारी कमी थी और ज्यादातर माल स्टॉकिस्टों और बड़ी कंपनियों के पास था, जिससे कीमतें ₹3300-₹3500 तक पहुंच गई थीं। इस स्थिति से बचने के लिए सरकार अब पहले से कदम उठा रही है। अप्रैल में पूरे देश में MSP पर गेहूं की खरीदी शुरू होगी वर्तमान में, राजस्थान और मध्य प्रदेश में MSP पर गेहूं की खरीदी शुरू हो चुकी है, और बड़ी संख्या में किसानों से गेहूं खरीदा जा रहा है। इन दोनों राज्यों में सरकार ने ₹2425 MSP से अधिक बोनस राशि देने का प्रावधान किया है, जिससे किसानों का रुझान MSP पर गेहूं बेचने की ओर बढ़ा है। हालांकि, मंडी में कुछ समय पहले किसानों को अच्छे दाम मिल रहे थे, जो अब उन्हें फिर से मंडी की ओर आकर्षित कर रहे हैं। कुछ सूत्रों के अनुसार, सरकार आने वाले दिनों में MSP से ऊपर गेहूं की खरीदी की अनुमति भी दे सकती है और स्टॉक की स्थिति की समय-समय पर निगरानी रखेगी। गेहूं बाजार का भविष्य नई आवक का दबाव बाजार में गिरावट ला रहा है, और फिलहाल गेहूं के भाव MSP के आसपास या उससे नीचे चल रहे हैं। आगामी दिनों में, जब खरीदी का स्तर और बढ़ेगा, तो बाजार इसी रेंज में बने रह सकते हैं। यह संभावना कम है कि कीमतें और गिरेंगी या फिर ज्यादा बढ़ेंगी। हालांकि, जब MSP पर खरीदी बंद होगी, तो कीमतों में हल्का-सा गिरावट आ सकता है, लेकिन उसके बाद बाजार में सुधार हो सकता है, क्योंकि व्यापारियों का अनुमान है कि इस बार गेहूं का उत्पादन कम होगा। सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस बार उत्पादन का अनुमान 115 मिलियन टन है, जो आपूर्ति और मांग के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकता है।