अच्छी बारिश के चलते रिकॉर्ड पैदावार का अनुमान, 15 करोड़ टन हो सकता है खरीफ फसलों का उत्पादन
देश में अच्छी वर्षा के चलते फसल वर्ष 2021-22 (जुलाई-जून) के खरीफ सत्र में खाद्यान्न उत्पादन 15 करोड़ टन से अधिक के नए रिकॉर्ड स्तर को छू सकता है. दक्षिण पश्चिम मॉनसून के आगमन के साथ जून में धान जैसी खरीफ (गर्मी) फसलों की बुवाई शुरू हो जाती है. यह इस माह के अंत तक समाप्त हो जाएगी. वहीं, देश के अधिकांश भागों में कटाई अक्टूबर से शुरू हो जाएगी. इस साल अब तक अच्छी बारिश हुई है. चौथे अनुमान के अनुसार, पिछले साल कुल खरीफ खाद्यान्न उत्पादन 14 करोड़ 95 लाख 60 हजार टन रहा. चूंकि इस साल दलहन और धान के रकबे में वृद्धि होने की संभावना है, इसलिए खाद्यान्न उत्पादन निश्चित रूप से पिछले साल खरीफ सत्र के मुकाबले कहीं अधिक होगा. 10 सितंबर तक खरीफ फसलों का कुल रकबा 1,096.70 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 1,106.57 लाख हेक्टेयर था. धान और दलहन के खेती के रकबे में मामूली वृद्धि हुई है, जबकि मोटे अनाज, कपास और मूंगफली जैसी फसलों के क्षेत्र में बड़ी गिरावट आई है.