नए माल की आवक शुरू होने के बावजूद रुई का भाव एमएसपी से ऊपर
देश के उत्तरी राज्यों- पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान के बाद अब दक्षिण भारत के कर्नाटक एवं तेलंगाना में भी कपास के नए माल की आवक शुरू हो चुकी है लेकिन उद्यमियों- व्यापारियों की मजबूत मांग के कारण इसका भाव केन्द्र सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ऊपर चल रहा है इसलिए सरकारी एजेंसी- भारतीय कपास निगम (सीसीआई) को अभी बाजार में हस्तक्षेप करने की जरूरत महसूस नहीं हो रही है। औपचारिक तौर पर कपास का नया मार्केटिंग सीजन अक्टूबर 2021 से आरंभ होगा। अभी अधिकांश मंडियों में रुई का भाव एमएसपी की तुलना में कम से कम 10 प्रतिशत ऊंचा चल रहा है। उद्योग-व्यापार समीक्षकों का मानना है कि मध्य अक्टूबर के बाद जब नई रुई की जोरदार आवक शुरू होगी तब नवम्बर में इसका भाव कुछ नीचे आ सकता है। वर्तमान समय में 10 हजार गांठ से कुछ अधिक रुई की औसत दैनिक आवक हो रही है। अधिकांश आपूर्ति उत्तरी राज्यों की मंडियों में हो रही है।