यूपी में 50 फीसदी बढ़ा सरसों का रकबा

उत्तर प्रदेश के गन्ना बाहुल्य क्षेत्रों में सरसों की फसल का रकबा करीब 50 फीसदी बढ़ गया है. किसानों की नजर सरसों के तेल की कीमतों में वृद्धि को देखते हुए ज्यादा मुनाफे पर है. जिला कृषि अधिकारी जसवीर सिंह तेवतिया ने बताया कि किसानों ने इस बार मुजफ्फरनगर जिले में 7,250 हेक्टेयर क्षेत्र में सरसों की बुआई की है जबकि सरकार ने 5,387 हेक्टेयर में सरसों की फसल उगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था. पिछले साल यहां पर 4,841 हेक्टेयर कृषि भूमि पर सरसों उगाई गई थी.

सरसों की एमएसपी में हुई है 400 रुपए की बढ़ोतरी रबी सीजन 2021-22 के लिए केंद्र सरकार ने सरसों की एमएसपी में 400 रुपए की बढ़ोतरी करते हुए इसे 5050 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है. एमएसपी में बढ़ोतरी और पिछले साल मिले जबरदस्त भाव से उत्साहित किसानों ने इस बार जमकर सरसों की खेती की है. ऐसी स्थिति सिर्फ पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ही नहीं बल्कि देश के ज्यादातर हिस्सों की है, जहां पर किसानों ने पहले के मुकाबले अधिक रकबे में सरसों बोई है. 24 दिसंबर को जारी हुए कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, इस रबी सीजन में तिलहन का रकबा पिछले साल की तुलना में 15 लाख हेक्टेयर से अधिक बढ़ा है. बीते साल 24 दिसंबर तक देश में 79.46 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में तिलहन की बुवाई हुई थी जबकि इस साल 95.04 लाख लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है. यानी पिछले साल के मुकाबले आंकड़ा 15.58 लाख हेक्टेयर अधिक है और अभी भी बुवाई का काम कई हिस्सों में जारी है.

सरसों का रकबा 15.36 लाख हेक्टेयर बढ़ा कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस बार किसानों ने 86.98 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सरसों की बुवाई की है. पिछली बार समान अवधि में सरसों का रकबा 71.62 लाख हेक्टेयर था. यानी इस साल 15.36 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की बढ़ोतरी हुई है. तिलहनी फसलों में किसानों ने सबसे ज्यादा सरसों की बुवाई की है. तिलहन का कुल रकबा 95.04 लाख हेक्टेयर है जबकि सिर्फ सरसों का क्षेत्र 86.98 लाख हेक्टेयर है.

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