किसानी गेहूं की आवक घटी तो वेयरहाउस के माल में तेजी

मंडियों में आवक की कमी, अच्छे क्वालिटी वाले माल की किल्लत और मजबूत मांग के चलते गेहूं मजबूत। इंदौर सहित मध्य प्रदेश और बेगूसराय सहित बिहार में गेहूं के भाव 50 रुपये तक उछल गए। बरेली के साथ वेस्ट यूपी में भी मजबूती दर्ज की गई। हालांकि दूसरे राज्यों की मंडियों में भाव पिछले स्तर पर रहे लेकिन व्यापारियों का कहना था कि बाजार सेंटीमेंट मजबूत रहे क्योंकि अच्छे मालों की कमी के बीच मांग बेहतर दिखाई दी। मंडियों में किसानों के गेहूं की क्वालिटी सीजन के आखिरी दौर में काफी कमजोर है। इसलिए वेयरहाउस, गोदामों में रखे व्यापारियों और स्टॉकिस्टों के गेहूं में ज्यादा मांग निकल रही है। बेगूसराय में वेयरहाउस गेहूं के भाव में 30 रुपये की तेजी देखने को मिली। वेयरहाउस गेहूं का भाव 30 रुपये बढ़कर 2000-2030 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। मंडियों में किसानों के गेहूं की सप्लाई कम है और क्वालिटी भी हल्की है। इस वजह से भाव स्थिर रहे। जबकि अच्छी क्वालिटी कमी होने के कारण वेयरहाउस से गेहूं की मांग बढ़ रही है। गेहूं की उपलब्धता सीमित रहने के कारण भाव को मजबूती मिली। फ्लोर मिलें ऊंचे भाव पर भी माल खरीदने को तैयार दिखे। मध्य प्रदेश में कई दिनों की स्थिरता के बाद हलचल दिखाई दी। मिल क्वालिटी गेहूं का भाव 50 रुपये तक बढ़कर 2025-2050 रुपये (बिल्टी भाव) प्रति क्विंटल हो गया। लोक-1 और 1544 जैसी प्रीमियम वैरायटी के गेहूं में भी 50 रुपये तक की मजबूती देखने को मिली। पिछला सीजन समाप्ति के ओर होने से अब किसान अपने गोदाम में बचे-खुचे गेहूं की सप्लाई कर रहे हैं। इस वजह से गेहूं की आवक भी बहुत कमजोर है। इसके कारण भाव को मजबूती मिल रही है। दिल्ली में गेहूं के भाव 2180-2200 रुपये प्रति क्विंटल (मिल पहुंच) पर स्थिर। फ्लोर मिलों की मांग अच्छी निकल रही है। दिल्ली की सभी मंडियों और डायरेक्ट मिलों और चक्की वालों की सप्लाई जोड़कर दिल्ली में आवक 20-22 हजार बोरी होने का अनुमान है। राजस्थान में गेहूं पूर्व स्तर पर बना रहा। लेकिन गेहूं की कमजोर आवक और हल्की क्वालिटी यहां भी दिखाई दी। आज गेहूं की आवक हाड़ौती क्षेत्र में करीब 3000 बोरी (प्रति बोरी 100 किलो) की रही।

Insert title here