कपास पर एमसीएक्स(MCX) का बड़ा फैसला !!

कपास पर बड़ा फैसला एमसीएक्स ने कॉटन पर एडिशनल मार्जिन लगाया है। ये एडिशनल मार्जिन 3 फीसदी का होगा और यह लॉन्ग और शॉर्ट पर लगेगा। बता दें कि एडिशनल मार्जिन कॉटन के मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट पर लगेगा। कॉटन पर लगाया जा रहा ये एडिशनल मार्जिन 13 जनवरी से लगेगा। कपास के भाव में लगातार तेजी से काटन यार्न के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। काटन यार्न के फाइन काउंट में तेजी का असर कपड़ा निर्यात पर पड़ रहा है। निर्यात उद्योग में काटन यार्न की बंपर मांग चल रही है। मांग अधिक होने व आपूर्ति कम होने के कारण धागे के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। बाजार के जानकार व्यापारियों का कहना है कि रुई की फसल में इस बार कीड़ा लगने से फसल खराब हुई है। उच्च गुणवत्ता का धागा नहीं बन पा रहा।

बता दें कि कॉटन पर एमसीएक्स ने जो 3 फीसदी का एडिशन मार्जिन लगाया है वह खरीद और बिक्री दोनों पर लगेगा। 12 जनवरी 2022 से लागू होने वाली एडिशनल मार्जिन की यह दरें मौजूदा और आने वाले दोनों कॉन्ट्रैक्ट पर लगेगा। बतातें चले कि कॉटन की बढ़ती कीमतों के कारण कारोबारी कॉटन में ट्रेडिंग रोकने की मांग कर रहे थे। 2021 में कॉटन की कीमतें कितने बढ़ी है इसपर नजर डालें तो 3 महीने में कॉटन की कीमतें 17 फीसदी, 6 महीने में 36 फीसदी और 1 साल में 66 फीसदी बढ़ी है कीमतों में आई इस तेजी की वजहों पर नजर डालें तो मांग और सप्लाई में अंतर के कारण कॉटन की कीमतें चढ़ी है।

घरेलू बाजार में 29MM का भाव 35000 रुपये प्रति गांठ के करीब रहा है जबकि 362.18 लाख गांठ उत्पादन का अनुमान था। इस साल अनुमान से कम कॉटन उत्पादन होने की आशंका है। बेमौसम की बरसात से फसल को नुकसान हुआ है। कॉटन की कीमत बढ़ने से सबसे ज्यादा किसे नुकसान हुआ है इस पर नजर डालें तो कीमतें बढ़ने से भारत से कॉटन का एक्सपोर्ट घटा है। बता दें बांग्लादेश, चीन, वियतनाम, भारत से कॉटन इंपोर्ट करते हैं। कॉटन की कीमतें बढ़ने से ये तीनों देश US, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का रुख कर सकते हैं।

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