मध्य प्रदेश में बिजाई 55% पिछड़ी
मध्य प्रदेश में 24 जून तक मात्र 256000 हेक्टेयर में खरीफ़ बिजाई हुई मध्य प्रदेश में अब तक मॉनसून 18% कमजोर रहा है। प्रदेश में अभी दलहन की बिजाई ठीक से शुरू नहीं हुई। देश में मूंग, उड़द और तूर की बुवाई में कम से कम 10-12 दिन की देरी। खरीफ दलहन उत्पादक क्षेत्रों में मानसून की देरी से हुई बारिश ने मूंग, उड़द और तूर की बुवाई में कम से कम 10-12 दिन की देरी की है। प्रमुख खरीफ दलहन फसलों जैसे मूंग, उड़द और तूर के रकबे में अब तक क्रमश: 34, 52 और 55% की कमी आई है। बुवाई के मोर्चे पर अगले 10 दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस सप्ताह बारिश की संभावना है और इससे बुवाई गतिविधियों में तेजी आ सकती है।
खरीफ बिजाई के लिए जुलाई बहुत महत्वपूर्ण है और सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। इस साल खरीफ दलहन रकबे को लेकर चिंता है और इसमें औसतन 5 से 10 फीसदी की गिरावट आ सकती है। मूंग और उड़द क्षेत्र में गिरावट और भी अधिक हो सकती है क्योंकि किसान मक्का, कपास और धान की ओर रुख कर सकते हैं। 1 जून 2022- 27 जून 2022 तक मध्य प्रदेश में वर्षा 18%, महाराष्ट्र में 33 फीसदी और कर्नाटक में 22% कम दर्ज की गई, हालांकि राजस्थान में वर्षा औसत से ऊपर 12% रही।
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