नाफेड के कम दाम पर सौदे नहीं चना मजबूत, मसूर में मांग

मध्य प्रदेश में कई क्षेत्रों में वर्षा सक्रिय हो गई है। इधर, चना दाल और बेसन में सीमित रूप से मांग का दबाव बढ़ने लगा है। वहीं, मंडी में चने की सप्लाई सीमित रहने और सामान्य मांग के बीच चना में सुधार का रुख रहा। इंदौर में चना कांटा बढ़कर 4725-4775 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। जानकारी के अनुसार मिलर्स को आसानी से अच्छी क्वालिटी का चना मिलने में दिक्कत आ रही। इधर, नाफेड ने इस सीजन अच्छी क्वालिटी चना का अधिकतर (26 लाख टन) खरीदी कर चुका है। नाफेड ने चना की बिक्री शुरू कर दी है, लेकिन बिकवाली सीमित है यह वजह है कि नाफेड के चना का बाजार पर अभी तक दबाव नहीं बन पा रहा है।

उम्मीद है नाफेड सस्ते में चना नहीं बेचेगा ताकि भाव धीरे-धीरे एमएसपी के आसपास पहुंचे जाए। देश में अच्छी क्वालिटी चना की आगे चलकर सप्लाई टाइट रहने की उम्मीद है। ऐसे में आने वाले महीनों में नाफेड की बिक्री पर सभी की नजरें रहेगी। मसूर में भी नीचे दामों पर सीमित पूछपरख रहने से भाव में सुधार रहा। मसूर फिर ऊपर में 7000 और नीचे में 6950 प्रति क्विंटल पर पहुंच गई।

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