बढ़े दाम पर मिलों की मांग घटने से लोअर राजस्थान में कॉटन के भाव रुके, दैनिक आवक स्थिर

बढ़े दाम पर मिलों की मांग कम होने के कारण लोअर राजस्थान में मंगलवार को कॉटन के भाव रुक गए, जबकि राज्य की मंडियों में कपास की दैनिक आवक स्थिर बनी रही। राज्य के कपास उत्पादक क्षेत्रों में मौसम साफ हो गया है। व्यापारियों के अनुसार राज्य की स्पिनिंग मिलें इस समय केवल जरुरत के हिसाब से ही कॉटन की खरीद कर रही है। क्योंकि धागे में स्थानीय एवं निर्यात मांग कमजोर है, जिस कारण राज्य की स्पिनिंग मिलों को कॉटन की मौजूदा कीमतों में डिस्पैरिटी का सामना करना पड़ रहा है। कॉटन के निर्यात में पड़ते नहीं लग रहे हैं, जिस कारण बहुराष्ट्रीय कंपनियां भी इंतजार करों एवं देखों की नीति अपना रही है। हालांकि राज्य की मंडियों में कपास की दैनिक उम्मीद के अनुसार बढ़ नहीं पा रही हैं, जिस कारण जिनर्स भी दाम घटाकर गांठों की बिकवाली नहीं कर हैं। इसीलिए हाजिर बाजार में कॉटन की कीमतें आज स्थिर बनी रही। दीपावली के बाद दैनिक आवक बढ़ने पर हाजिर बाजार में कॉटन की कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है। घरेलू वायदा बाजार में आज कॉटन की कीमतों में दोपहर बाद मिलाजुला रुख देखा गया। एनसीडीईएक्स पर अप्रैल-23 वायदा अनुबंध में कपास की कीमतें 0.28 फीसदी नरम हो गई, वहीं एमसीएक्स पर नवंबर महीने के वायदा अनुबंध में कॉटन के भाव में 100 रुपये की तेजी आकर भाव 30,510 रुपये प्रति गांठ हो गए। राज्य की मंडियों में आज कपास की आवक 5,000 गांठ की हुई, जबकि सोमवार को भी आवक इतनी ही गांठ की हुई थी।

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