कैसा रहेगा इस साल सोयाबीन सीजन
दीपावली बाद मंडियों में सोयाबीन की आवक बढ़ेगी। सोयाबीन की फसल मध्य प्रदेश में पैदा होने वाली प्रमुख फसलों में से एक है। कई किसानों की अर्थव्यवस्था इस फसल की आय पर निर्भर करती है। पिछले साल सोयाबीन को एक अच्छा संतोषजनक बाजार मूल्य (सोयाबीन दर) मिला था, यही कारण रहा कि इस साल सोयाबीन की खेती का रकबा बड़ा है। इस बीच कई जगहों पर बारिश की वापसी से सोयाबीन की फसल प्रभावित हो रही है। वहीं, लगातार बारिश से सोयाबीन की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। इससे सोयाबीन की फसल की गुणवत्ता खराब हो गई है। इस समय बाजार में आ रहे सोयाबीन में नमी भी अधिक है। सोयाबीन में नमी ज्यादा है, लेकिन दिवाली के बाद सोयाबीन की आवक मंडियों में बढ़ेगी। इसकी प्रमुख वजह किसानों को खर्च करने के लिए पैसों की जरूरत है। वर्तमान में नया गीला सोयाबीन फिलहाल 4,000 रुपये प्रति क्विंटल से 4,700 रुपये प्रति क्विंटल पर बिक रहा है। इस बीच जानकारों के मुताबिक सोयाबीन में नमी की मात्रा कम होने के बाद सोयाबीन के बाजार भाव में तेजी आएगी।