धान रिपोर्ट

इस बार रामपुर, टांडा, रुद्रपुर, बिलासपुर, बरेली, शाहजहांपुर, रामपुर, बहजोई, जहांगीराबाद, दादरी, दनकौर आदि उत्पादक क्षेत्रों में शरबती धान की आपूर्ति गत वर्ष की समान अवधि की में 36-37 प्रतिशत कम हो रही है। यही कारण है कि मंडियों में बढ़िया तुलना धान 2650/2775 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक गया है तथा नमी के हिसाब से नीचे में 2475/2625 रुपए तक व्यापार जहांगीराबाद लाइन में सुनने में आ रहा है। गौरतलब है कि शरबती धान को ही व्यापक नुकसान हुआ था। जिससे काफी खराब होने की आशंका बनी हुई है तथा स्टॉकिस्ट हर भाव में लिवाल है। राइस मिलें भी खरीद कर रही हैं, जबकि राइस मिलों के पड़ते मिलिंग के ऊंचे लग रहे हैं। धान की भारी किल्लत होने से चावल स्टीम एवं कच्ची शरबती की आवक मंडियों में अनुकूल नहीं है। रामपुर लाइन से दिल्ली पहुंच में 5400 रुपए में कच्ची शरबती की लिवाल हैं, लेकिन आज 5500 रुपए में भी हाजिर में नया बाजार में माल नहीं मिल पाया, ऐसी चर्चा थी। इन परिस्थितियों को देखते हुए अभी कुछ दिन शरबती चावल अकड़ बरकरार रहेगी। दूसरी ओर चावल 1121 एवं 1401 चावल, 1718 तथा 1509 चावल व धान में गिरावट का रुख बना हुआ है। धान भी 100 रुपए प्रति क्विंटल और घट गए हैं तथा संभावना यह है कि बासमती प्रजाति के सभी चावल सेला, कच्ची एवं स्टीम में 400 / 500 रुपए की और गिरावट आ सकती है। इस बार खरीफ सीजन में सभी फसलों की आवक कम हो रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि सीजन में आई तेजी को देखकर कच्ची मंडियों में कारोबारी स्टॉक करने लगे हैं तथा किसान भी मंडियों में माल नहीं ला रहे हैं, जिससे तेजी की आग लगी हुई है। अतः अब इन भावों में अगाऊं सौदे नहीं करने चाहिए तथा स्टॉक भी करने की बजाय माल बेचते रहना चाहिए।

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