गेहूँ मे मांग बनी रहने से भाव मजबूत

बीते सप्ताह के दौरान गेहूँ मे मांग बनी रहने से 80 रुपए प्रति कुंटल मजबूत दर्ज हुआ, निचले भाव पर खरीद बढने के साथ आवक कमजोर के कारण गेहूं के दाम 75/100 रुपये क्विंटल बढ़ चुके हैं। इस माह मंडियों में 18 मई तक करीब 30 लाख टन गेहूं की आवक हुई है, जबकि पिछले महीने 119 लाख टन आवक हुई है। इस महीने के बचे 13 दिनों में पिछले महीने जितनी आवक के लिए 90 लाख टन गेहूं की आवक होना मुश्किल है। चालू माह में मंडियों में गेहूं की आवक कमजोर पड़ी है। आवक कमजोर पडने से गेहूं की कीमतों में तेजी आई है। इसके आलावा गेंहू की सरकारी खरीद भी तय लक्ष्य से पिछड़ती नजर आ रही है। किन्तु ज्ञात हो केन्द्र सरकार ने घरेलू प्रभाग में गेहूं,आटा एवं अन्य गेहूं उत्पादों की कीमतों में होने वाली किसी भी बढ़ोत्तरी को नियंत्रित करने के उद्देश्य से खुले बाजार में अपने स्टॉक से प्रत्येक तिमाही के दौरान गेहूं की बिक्री आरंभ करने का निर्णय लिया हुआ है। जो की जुलाई-23 से होने की सम्भावना है। यदि प्रत्येक तिमाही के दौरान सरकारी गेहूं का स्टॉक खुले बाजार में उतरता रहा तो इसकी आपूर्ति उपलब्धता की स्थिति बेहतर बनी रहेगी और कीमतों में तेजी की संभावना को ब्रेक लगेगा। हालाँकि सरकार बेमौसम बारिश के कारण हुए नुकसान को दरकिनार कर ज्यादा गेहूं पैदा होने का दावा कर रही है, लेकिन व्यापारिक अनुमान के अनुसार इस वर्ष पैदावार कम है। इसलिए आगे गेहूं और महंगा हो सकता है। अल्प समय में दिल्ली भाव 2,500/50 रुपये क्विंटल तक भी जा सकते हैं।

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