चावल बाज़ार में अनिश्चितता का माहौल

जैसा कि हमने बताया कि बासमती चावत बाजार में गिरावट बढ़ती जा रही है । पिछले दस दिनों में बासमती चावल 1000 रु प्रति किंटल तक टूट चुका है । उत्तर प्रदेश की पुन्छ मंडियों में साठी धान की आवक शुरू हो गई है और यह जून के पहले सप्ताह में और बढ़ेगी । यही कारण है कि सबसे ज्यादा गिरावट 1509 सेला में देखने को मिल रही है । जानकारों का कहना है कि इस समय निर्यात में कोई बड़ा आर्डर नहीं है । कुछ बड़े किसानों और स्टाकिस्टों के पास बासमती धान हो सकता है जो और ऊंचे भाव के इंतजार में बिकवाली नहीं कर इंतजार में बिकवाली नहीं कर पाए । हम मानते हैं कि हाजिर मंडियों में धान की आवक समाप्त हो चुकी है । लेकिन साठी धान की आवक अब होने लगी है और आने वाले समय में यह और बढ़ेगी । ऐसे में यहां से आगे बड़ी तेजी की उम्मीद कम है । बड़े आयातक देशों ने बासमती चावल के आयात कोटे का बड़ा हिस्सा खरीद लिया है । इसलिये यहां से आगे बड़े ऑर्डर के मिलने को लेकर अनिश्चितता है ।

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