सोयाबीन रिपोर्ट: 300-400 रुपये की बढ़त की संभावना

बीते सप्ताह के दौरान सोयाबीन में मांग सीमित रहने से मिलाजुला रुख रहा। घरेलू बाजार में ऊँचे स्टॉक और विदेशों में उत्पादन बढ़ने से सोयाबीन का सेंटीमेंट कमजोर बना हुआ है। अमेरिका में अनुकूल मौसम से सोयाबीन की बुवाई ने रफ़्तार पकड़ी है। वहीं ब्राज़ील में लगतार उत्पादन अनुमान बढ़ाया जा रहा है। विदेशों से सोया तेल का सस्ता आयात होने की वजह से अब तक प्लांटों की सोयाबीन मांग धीमी थी हालाँकि अब सोया तेल का इम्पोर्ट पैरिटी न के बराबर है। जिससे लोकल सोया तेल की डिमांड बढ़ेगी। सोया तेल का इम्पोर्ट भाव ऊँचा होने की वजह से लोकल प्रोसेसर्स सोयाबीन की खरीद बढ़ा सकते हैं। लगातार गिरते भाव को देख किसान और स्टॉकिस्ट भी बिकवाली रोक रहे हैं। जिससे माल की सप्लाई टाइट है। किसान द्वारा स्टॉक रोकने की वजह से प्रोसेसर्स को भाव बढाकर खरीदारी करनी पडेगी जिससे सोयाबीन की गिरावट पर लगाम लगेगी भारतीय बाजार में सोया डीओसी के भाव हलके कमजोर हुए हैं। क्यूंकि डिमांड सुस्त पद गयी है। भारतीय सोया डीओसी के भाव अंतरष्ट्रीय की तुलना में 80 $ से 100 $ ऊँचे चल रहे हैं। ऊँचे भाव के चलते एक्सपोर्ट डिमांड अब धीमी पड़ने लगी है। मानसून में देरी और सामान्य से कमजोर बारिश होने के अनुमान से सोयबीन की बुवाई प्रभावित हो सकती हैं। सप्लाई और डिमांड को देखें तो सोयाबीन में बड़ी तेजी की उम्मीद कम लेकिन मौसम की चाल ख़राब हुई तो एक उछाल देखने को मिल सकती है। कीर्ति प्लांट के चार्ट को देखें तो भाव फ़िलहाल सीजन के शुरुआती स्तर पर पहुंच गए हैं। और यहाँ कुछ स्थिरता देखने को मिल सकती है। मौसम की चाल बिगड़ने और प्लांटों की घटे भाव पर मांग निकलने पर सोयाबीन के भाव में अधिकतम 300-400 रुपये की बढ़त मिल सकती है। लेकिन तेजी अस्थायी रहेगी इसलिए उसमे स्टॉक खाली कर निकल देना चाहिए।

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