बाजरा - भाव ऊंचे चल रहे हैं

मक्की में आई भारी गिरावट के बाद बाजरे की बिक्री पूरी तरह ठप पड़ गई है। वास्तविकता यह है कि मक्की के भाव बाजरे से हमेशा ऊंचा रहता हैं। इस बार मक्की का दबाव बढ़ जाने एवं बाजरे का उत्पादन कम होने से इसके भाव ऊंचे चल रहे हैं। अभी पोल्ट्री उद्योग में शत प्रतिशत मक्की की खपत हो रही है, क्योंकि अंडे के उत्पादन में मक्की, बाजरे से ज्यादा लाभदायक है, क्योंकि इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।

Insert title here