12000 तक पहुँच सकते हैं तूर के दाम

सरकार की तमाम कोशिशें तूर की तेजी के आगे फेल होती दिख रही है। दाम में अब तूफानी तेजी देखी जा रही है। मंगलवार को चेन्नई पोर्ट पर आयातित तूर के सौदे 9600 से 9650 रुपये में हुए। मुंबई पोर्ट पर नया माल उपलब्ध नहीं है। इस बीच अब म्यांमार में भी मुश्किल से 25 हजार टन तूर होगी, जो मजबूत हाथों में है। चेन्नई के आयातक जुलाई के सौदे 9950~10000 रुपये के भाव पर लिख रहे हैं। ऐसे में अब धारणा बन रही है कि जुलाई में तूर स्थानीय बाजार में 12000 तक पोहचेगी। घरेलू फसल में अभी छह महीने है और अगस्त से पहले अफ्रीका की तूर की आवक का प्रेशर बनता नहीं दिख रहा है। छह महीने के लिए लगभग 12-15 लाख टन तूर आवश्यकता लगेगी। स्थानीय बाजार में व्यापारियों का कहना है कि अधिकतर मिलर्स के पास पांच-सात दिन से ज्यादा का स्टाक नहीं है। मंडी में भी आवक नहीं के बराबर हो रही है। यही वजह है कि मिलर्स को तूर आसानी से नहीं मिल रही है। इसी के चलते मंगलवार को इंदौर में तूर के दाम 10 हजार के ऊपर निकल गए है।

Insert title here