दलहन रिपोर्ट

देसी चना- वर्तमान भाव पर लाभ देसी चना राजस्थान की मंडियों से यहां मंगाने पर 5200 / 5250 रुपए प्रति क्विंटल पड़ रहा है, जबकि वही माल यहां नीचे में 5050 रुपए प्रति क्विंटल बिक गया था, उसके बाद खुलते में बाजार आज 5075 रुपए में कुछ बड़ी दाल मिलों ने देसी चने के लिवाली की महाराष्ट्र के माल बहुत कम आ रहे हैं, मध्य प्रदेश से भी लोडिंग पड़ते के अभाव में नहीं हो रही है, इन परिस्थितियों को देखते हुए राजस्थानी चना में करेक्शन आता रहेगा और बढ़ता रहेगा। काबुली चना- रुक-रुककर बाजार तेज रहेगा इस बार काबली चने का पुराना स्टॉक नहीं बचने तथा अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भाव ऊंचे होने से सीजन के शुरुआत से ही निर्यातकों की इंदौर भोपाल लाइन से लिवाली बनी रही। यही कारण है कि बाजार चालू सप्ताह के अंतराल 500/600 प्रति कुंटल बढ़ गया है, क्योंकि स्टाक में माल भी ज्यादा नहीं है। वहीं हरियाणा, पंजाब, यूपी एवं हिमाचल की लगातार लिवाली चल रही है। अब एक साथ आई तेजी के बाद थोड़ा ठहराव आ सकता लेकिन उसके बाद फिर 500/700 की तेजी आ जाएगी। मटर- जड़ में और मंदा नहीं मटर का उत्पादन इस बार कम होने तथा भाव नीचे रहने से अधिकतर कारोबारियों ने स्टॉक का व्यापार किया है तथा सीजन में ही बाजार को ज्यादा बढ़ा दिए थे, जिससे अभी कुछ दिन तक दुखदाई रहेगा, लेकिन मटर की जड़ में मंदा नहीं है। असम, बिहार, उड़ीसा एवं झारखंड की मांग लगातार चल रही है, जिससे यूपी-एमपी में माल कटने के बाद बाजार चालू महीने बढ़ सकते हैं। उड़द- 9500 रुपए शीघ्र संभव सरकार द्वारा पिछले दो महीने से उड़द पर सख्ती किए जाने से धीरे-धीरे माल कटता जा रहा है तथा आयातक रंगून से माल कम मंगा रहे हैं। उधर चेन्नई में भी रंगून से पहले के हुए सौदे कुछ कैंसिल हो गए तथा कुछ सेटलमेंट हो गए, जिससे निकट में कोई बड़ा स्टीमर उतरने वाला नहीं है। यही कारण है कि वर्तमान भाव में लगातार दाल मिलों की पकड़ मजबूत है। वही माल की कमी से कारोबारी भाव बढ़ाकर बोलने लगे हैं, जिससे आज 9300 रुपए एस क्यू का व्यापार हो गया तथा उड़द एफ ए क्यू 8270 रुपए को पार कर गई। माल की कमी को देखकर उड़द एसक्यू 9500 रुपए जल्दी बन जाएगी। मसूर - बढ़ने के आसार मसूर के नीचे वाले भाव में व्यापार में कोई जोखिम नहीं है, क्योंकि मुंगावली, गंजबासौदा एवं सागर लाइन से मसूर की आवक घट गई है। यही कारण है कि 2 दिन के अंतराल 50 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़त पर बिल्टी में देसी मसूर 5925/5930 रुपए एवं कनाडा की 5950/5960 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है तथा इन भाव में दाल मिलों की पकड़ मजबूत चल रही है, क्योंकि आयात पड़ता महंगा है तथा मुंगावली, गंजबासौदा लाइन में आवक पहले की अपेक्षा टूट जाने से भाव मजबूत बोलने लगे हैं, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए बाजार यहां से धीरे-धीरे बढ़ जाएगा। मूंग- थोड़ा ठहरकर फिर मंदा आएगा नई मूंग एमपी से आ रही है, यहां बढ़िया माल नीचे में 7400/7500 रुपए प्रति क्विंटल बिकने के बाद वर्तमान में मौसम खराब होने से बढ़कर 7700/7800 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। कानपुर लाइन की मूंग भी 7500 से 7000 रुपए बिक रही है। धोया के मतलब वाले 6900/7200 प्रति क्विंटल के बीच दाल मिलें खरीद रही है। बिहार झारखंड का माल आने वाला है, इन परिस्थितियों में बाजार में तेजी का ज्यादा ध्यान नहीं है गजरात एवं पंजाब के माल काफी महंगे बिक रहे, जिससे उनका व्यापार नहीं है। मौसम की खराबी तक वर्तमान के भाव दिखाई दे रहे हैं अन्यथा बाजार टूट जाएंगे। तुवर- 110 रुपए शीघ्र पार संभव तुवर में हाजिर माल की कमी होने तथा दाल मिलों की चौतरफा लिवाली चलने से 10 दिन में 1100 रुपए बढ़कर 10250 रुपए प्रति क्विंटल का व्यापार हो गया। गत 2 दिन में 200 रुपए की तेजी आई है। हम मानते हैं की दाल की बिक्री अनुकूल नहीं है, लेकिन दाल मिलों में कच्चे माल की भारी कमी हो जाने तथा मुंबई-चेन्नई में निकट में कोई माल आने वाला नहीं है तथा आयातकों के माल पड़ते में ऊंचे होने से अनाप-शनाप भाव बोल रहे हैं, इन परिस्थितियों में तुवर जल्दी 110 रुपए प्रति किलो लेमन पार कर जाएगी तथा महाराष्ट्र के माल भी उसी अनुपात में और बढ़ जाएंगे।

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