मक्की - अब घटने की गुंजाइश नहीं
बिहार की मंडियों में ग्राहकी निकलने से तथा स्टार्च मिलों की मांग से 7-8 दिनों के अंतराल 100 रुपए बढ़ कर गुलाब बाग, दरभंगा, पूर्णिया, सेमापुर लाइन में 2100/2150 रुपए प्रति क्विंटल भाव हो गए हैं, जिससे हरियाणा-पंजाब पहुंच में भी जो मक्की 2200 रुपए बिकी थी, उसके भाव 2300 रुपए बोलने लगे हैं। गेहूं के ऊंचे भाव को देखते हुए मक्की की खपत बढ़ने की संभावना है। दूसरी ओर स्टार्च मिलें भी ज्यादा माल नहीं खरीद पाई हैं। आने वाली प्रांतीय फसलों की दहशत है, लेकिन फसल में चौतरफा पोल की संभावना प्रतिकूल मौसम से बनने लगी है, इसे देखते हुए वर्तमान भाव की मकई आगे चलकर लाभ दे जाएगी। यूपी की मंडियों में भी मक्की की आवक समाप्त हो चुकी है, केवल स्टॉक के माल गोदामों से निकलने लगे हैं।