गेहूं- टेंडर के माल से मंदा
सरकार द्वारा पिछले 4 महीने से ओएमएसएस के माध्यम से खुले बाजार में गेहूं की बिक्री सप्ताहिक की जा रही है, लेकिन रोलर फ्लोर मिलों एवं आटा चक्कियों को क्षमता के अनुरूप एवं आटा मैदा सूजी की आपूर्ति के अनुकूल गेहूं उपलब्ध नहीं होने से इस महीने के शुरुआत तक तेजी बनी रही, लेकिन सरकार द्वारा एक तरफ खुले बाजार में 27.50 रुपए प्रति किलो में आटा बेचे जाने तथा टेंडर में भी क्वांटिटी बढ़ा दिए जाने से ऊपर के भाव से बाजार 150 रुपए टूट कर 2750 रुपए रह गया है। नीचे वाली क्वालिटी के माल 2725 बिक रहे हैं तथा आगे कुछ दिनों के लिए तेजी समाप्त हो गई है। गत सप्ताह के अंतराल 50/60 रुपए घटकर 2740/2750 रुपए प्रति कुंतल भाव यहां हो गए हैं। पिछले दिनों सरकार द्वारा 100 टन से बढ़ाकर 200 टन रोलर फ्लोर मिलों को खरीद के लिए साप्ताहिक कर दिया गया। उत्पादक मंडियों में भी 50 से 75 रुपए प्रति कुंतल की मंदी आ गई। सरकार की बिक्री नीति में बदलाव से कुछ दिन मंदा रहने की संभावना है।