चावल - अभी और तेज़ी संभव
हम मानते हैं कि निर्यातकों के सौदे अभी पेंडिंग में पड़े हुए हैं तथा हाल ही में कुछ बड़े आयातक देशों द्वारा सिलिकेट संबंधित कुछ अनावश्यक तत्वों के मिले रहने पर प्रतिशतता में छूट दी गई है, जिससे निर्यात प्रोत्साहन बढ़ेगा। दूसरी ओर सरकार द्वारा 5 लाख मीट्रिक टन के चावल के निर्यात की अनुमति दे दी गई है, जिससे चौतरफा राइस मिल वाले धान के भाव को बढ़ाकर खरीद करने लगे हैं। वहीं निर्यातक भी माल पकड़ने लगे हैं, जिससे चावल में दो दिनों के अंतराल 600-700 रुपए प्रति क्विंटल की उल्लेखनीय तेजी आ गई है। यहां चावल 1509 सेला 7300/7500 रुपए तथा इसका स्टीम 8500/ 8700 रुपए प्रति कुंतल हो गया है। इसी अनुपात में 1121 एवं 1718 बासमती धान एवं चावल में भी भारी तेजी आ गई है। सभी चावल सरपट तेज हो गए हैं तथा सरकार इस पर ध्यान नहीं देगी तो चावल 10 रुपए प्रति किलो और बढ़ जाएंगे।