देसी चना - पाइपलाइन में ज्यादा स्टॉक नहीं
देसी चने का स्टॉक पाइपलाइन में ज्यादा नहीं है तथा केंद्रीय पूल में भी नीचे भाव में बेचने हेतु माल के उपलब्धि अनुकूल नहीं है। वर्तमान में सभी राज्यों में बिजाई भी कम हुई है, इन सारी परिस्थितियों को देखते हुए नई फसल से पहले 500 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी आ सकती है। चने के भाव ऊंचे रहे, लेकिन कारोबारी उत्पादन कम को देखकर पहले ही स्टॉक ज्यादा कर चुके थे, जिससे उस हिसाब से उन्हें लाभ भी नहीं मिल पाया, क्योंकि ग्राहकी का समर्थन नहीं मिला। सरकार विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत जून महीने से ही खुले बाजार में बेचती रही है। आगे की स्थिति यह है कि वर्तमान भाव पर देसी चने में कोई नुकसान होने वाला नहीं है तथा नयी फसल से पहले व्यापार लाभदायक रहेगा।