सोयाबीन रिपोर्ट

बीते सप्ताह के दौरान सोयाबीन में मांग न रहने से -10 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज हुआ, सोयाबीन स्टॉक रिपोर्ट। फरवरी महीने में 8 लाख टन सोयाबीन की आवक दर्ज की गयी। अक्टूबर से फरवरी के बीच कुल आवक पिछले वर्ष से 1.41% घटकर 70 लाख टन पहुंचा। वहीं अक्टूबर से फरवरी तक 52.5 लाख टन सोयाबीन की क्रशिंग की गयी जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 5.41% कम है। किसान/स्टॉकिस्ट और पोसेसर्स के पास अब भी 76.36 लाख टन उपलब्ध। पिछले वर्ष फरवरी के अंत में कुल स्टॉक 80.76 लाख टन था। सोयमील के घटते भाव के चलते सोयाबीन दबाव में है । बीते सप्ताह सोयमील के भाव 1000-1500 रुपये/टन कमजोर हुए। ब्राज़ील और अर्जेंटीना में सोयमील के भाव भारत की तुलना में काफी सस्ते में ट्रेड हो रहा है। हालाँकि एशियाई देशों की भारतीय सोयमील की डिमांड अच्छी है। मंडियों में सोयाबीन की आवक निरतरत जारी है। जिससे सप्लाई की कोई समस्या नहीं है। सोया तेल में मजबूती का समर्थन मिलने से फ़िलहाल गिरावट पर लगाम है। सोयबीन की तेजी के लिए सोयमील के भाव में मजबूती जरुरी। अगले महीने से अर्जेंटीना सोयाबीन की कटायी शुरू हो जाएगी जिसके चलते भारतीय सोयमील में तेजी की उम्मीद बेहद कम। किसान/स्टॉकिस्ट और प्लांटों के पास कुल स्टॉक 76 लाख टन है। अगले 7 महीने के औसतन क्रशिंग 8 लाख टन के हिसाब से ये स्टॉक पर्याप्त नजर आ रहा है। सोयाबीन में यहाँ से बढ़ने को 100-150 रुपये की गुंजाइश। वहीं घटने का जोखिम 50-75 रुपये का नजर आ रहा है।

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