उत्तर भारत में मानसून फिर से सक्रिय होगा, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में पाकिस्तान के पश्चिमी भागों पर स्थित है। वर्तमान में हिमाचल क्षेत्र में एक चक्रवाती परिसंचरण है, जो जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के विभिन्न स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा ला रहा है। मध्य राजस्थान पर एक और चक्रवाती परिसंचरण विकसित हुआ है। दक्षिण राजस्थान में भारी बारिश की संभावना है, जबकि पश्चिमी राजस्थान में अगले दो दिनों में गर्म और आर्द्र मौसम रहने की संभावना है। पूर्वी मध्य प्रदेश और उससे सटे छत्तीसगढ़ पर एक कम दबाव का क्षेत्र अगले पांच दिनों में पश्चिम, मध्य और दक्षिण भारत में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा लाएगा। बिहार और बंगाल पर एक चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है, जो पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना ला रहा है। पूर्वोत्तर भारत में अगले पांच दिनों में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इस अवधि के दौरान असम और मेघालय में तथा अगले 1-2 दिनों में अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर में भारी वर्षा होने की संभावना है। दक्षिण गुजरात से उत्तरी केरल तट तक फैली एक अपतटीय गर्त दक्षिण भारत के मौसम को प्रभावित कर रही है। इससे तटीय और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होगी। इसके अतिरिक्त, अगले दो दिनों के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्र में 30-40 किमी प्रति घंटे की गति से तेज़ सतही हवाएँ चलने का अनुमान है।