महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में भारी बारिश होगी।
उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर एक नया पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इस सिस्टम से भारत के उत्तर-पश्चिमी भागों में मौसम प्रभावित होने की उम्मीद है, जिससे जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे क्षेत्रों में संभावित रूप से बारिश हो सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। इस सिस्टम से उत्तर प्रदेश और आस-पास के क्षेत्रों में वर्षा की गतिविधियों में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है। अब छत्तीसगढ़ और झारखंड के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे इन राज्यों और आस-पास के क्षेत्रों जैसे ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अधिक बारिश होगी, जिससे अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा होगी। दक्षिणी राजस्थान के ऊपर एक और चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। इस सिस्टम से राजस्थान और उसके आस-पास के क्षेत्रों में वर्षा होने की उम्मीद है, जिससे छिटपुट वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत में अगले पांच दिनों में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की उम्मीद है। इस अवधि के दौरान असम और मेघालय में और अगले 1-2 दिनों में अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। समुद्र तल पर एक अपतटीय गर्त दक्षिण गुजरात से उत्तरी कर्नाटक के तटों तक फैला हुआ है। इस सिस्टम से पश्चिमी तट पर बारिश की गतिविधि बढ़ने की उम्मीद है, जिससे अगले कुछ दिनों में गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश होगी।