सोयाबीन रिपोर्ट
पिछले सप्ताह, महाराष्ट्र के सोलापुर में सोयाबीन सोमवार को ₹4600 प्रति क्विंटल पर खुला और शनिवार शाम को ₹4590 प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सप्ताह के दौरान मांग कमजोर रहने के कारण सोयाबीन की कीमतों में ₹10 प्रति क्विंटल की गिरावट आई। नई फसल की आवक से पहले सोयाबीन में तेजी की उम्मीद कम है। वैश्विक स्तर पर सोयाबीन के उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद के कारण देश-विदेश के बाजारों में सोयाबीन की कीमतों में गिरावट जारी है। अमेरिका में सोयाबीन के उत्पादन में वृद्धि की रिपोर्ट के बाद, सीबीओटी सोयाबीन की कीमतें रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। भारत में मौसम अनुकूल रहने के कारण अधिकांश क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल की स्थिति अच्छी है, हालांकि राजस्थान और महाराष्ट्र के कुछ जिलों में भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया है। अनुकूल मौसम और पर्याप्त स्टॉक को देखते हुए सोयाबीन की कीमतों में पिछले सप्ताह औसतन ₹10-50 प्रति क्विंटल की गिरावट आई है। विदेशों से सोया तेल के बढ़ते आयात और स्थानीय सोयमील की सुस्त डिमांड के कारण फिलहाल सोयाबीन में तेजी की संभावना नहीं है। मौसम ही सोयाबीन की कीमतों को सहारा देने वाला प्रमुख कारक हो सकता है। अगस्त-सितम्बर सोयाबीन की फसल के विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। यदि अधिक बारिश हुई, तो फसल को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे सोयाबीन को कुछ सहारा मिल सकता है, लेकिन टिकाऊ तेजी की संभावना कम है। सोयाबीन में तेजी की उम्मीद अब सितम्बर के अंत से दिसंबर के बीच जताई जा रही है। सितम्बर अंत में निचले स्तर बनाने के बाद, सोयाबीन में औसतन ₹200 - 300 प्रति क्विंटल की तेजी की उम्मीद है।