गेहूँ रिपोर्ट
पिछले सप्ताह गेहूँ की मांग बनी रहने से ₹25 प्रति क्विंटल की बढ़त देखी गई, और बाजार में तेजी की रफ्तार जारी है। इस साल भी बाजार का मौलिक आधार मजबूत ही बना हुआ है। उत्तरप्रदेश के बाजार में मिला-जुला रुख देखने को मिला। बरेली के बाजार में भाव स्थिर रहे, जबकि बेतुल में कीमतों में ₹30 की वृद्धि देखी गई। गोरखपुर में गेहूँ की कीमतें ₹10 से कमजोर रहीं, लेकिन चोकर की कीमतें ₹75 तक बढ़ गईं। कोलकाता के बाजार में गेहूँ की कीमतें इस सप्ताह ₹10 बढ़ीं। कोलकाता के बाजार पिछले 14 दिनों से मजबूती के साथ खड़े हैं। महाराष्ट्र के अधिकांश बाजारों में गेहूँ की कीमतें स्थिर रहीं। यहाँ आटा, मैदा और सूजी की अच्छी डिमांड है और मैदा एवं सूजी में कमी भी बनी हुई है। किसानों के पास गेहूँ का स्टॉक अच्छी मात्रा में है। दिल्ली लाइन में सभी आंकड़े अपने समय के अनुसार सही साबित हो रहे हैं। दिल्ली लाइन में ₹2820 का सपोर्ट लेवल है और ₹2870 के ऊपर गेहूँ एकतरफा तेजी दिख रहा है। यदि दिल्ली लाइन ₹2870 पर या उसके ऊपर सप्ताह भर बनी रहती है, तो बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है। अंतर्राष्ट्रीय समाचार: व्यापारियों का कहना है कि रूसी गेहूँ की कीमतें स्थिर हो गई हैं, और यूरोपीय गेहूँ की कीमतों में मजबूती ने अमेरिकी गेहूँ फ्यूचर्स को समर्थन दिया है और शॉर्ट कवरिंग को बढ़ावा दिया है। सरकारी स्टॉक: 1 अगस्त के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, केंद्रीय पूल में गेहूँ का स्टॉक 26.8 मिलियन टन है, जो पिछले साल की तुलना में 1.2 मिलियन टन कम है। OMSS (ऑपन मार्केट सेल्स स्कीम) के संबंध में जो भी खबरें चल रही हैं, उनकी आधिकारिक पुष्टि सरकार ने नहीं की है। इसलिए सरकारी नोटिफिकेशन का इंतज़ार करें, न कि बाजार में चल रही बातों पर ध्यान दें। पिछले सप्ताह गेहूँ की कीमतों में वृद्धि देखी गई है और मौजूदा स्थिति को देखते हुए, आगामी दिनों में भी स्थिरता और वृद्धि की संभावना बनी हुई है।