उत्तर प्रदेश, हरियाणा और उत्तराखंड में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और दक्षिण-पश्चिम में बना दबाव क्षेत्र अगले 24 घंटों के दौरान धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है। यह सिस्टम दिल्ली और लखनऊ में डॉपलर वेदर रडार की निरंतर निगरानी में है। इससे शुक्रवार तक मध्य और उत्तरी क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश में बहुत भारी बारिश का अनुमान है, जबकि पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में भारी बारिश होने की उम्मीद है। बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश हो सकती है। तमिलनाडु और पुडुचेरी में गरज और बिजली गिरने की संभावना है। म्यांमार के मध्य भागों पर बना चक्रवाती परिसंचरण अब पश्चिम-मध्य म्यांमार और आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है, जो मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और तटीय बांग्लादेश और उससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर उभरने की संभावना है। एक और चक्रवाती परिसंचरण असम पर बना रहेगा, जिससे कई दिनों तक पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश के साथ-साथ कभी-कभी तीव्र बारिश होगी।