सरसों रिपोर्ट
पिछले सप्ताह के दौरान सरसों में मांग बनी रहने से ₹100 प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई। मजबूत फंडामेंटल और तेलों में उठाव के कारण यह तेजी इस सप्ताह भी जारी रही। सरसों में औसतन ₹100-150 प्रति क्विंटल, जबकि तेल में ₹3 प्रति किलो की साप्ताहिक बढ़त दर्ज की गई। वहीं, खल (खली) में निर्यात और लोकल डिमांड कमजोर रहने से गिरावट आई है। मीलों की डिमांड के सामने मौजूदा सप्लाई पर्याप्त नहीं है, जिससे शॉर्टेज बनी हुई है। मीलों को आगामी त्योहारों में सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए तेलों का स्टॉक बढ़ाने की आवश्यकता है। सरकारी एजेंसियों द्वारा छोड़ा जा रहा माल वर्तमान डिमांड के लिए काफी नहीं है। अगले महीने से त्योहारों की शुरुआत और ठंडी के मौसम को देखते हुए सरसों की डिमांड मजबूत रहने की उम्मीद है। इसके अलावा, सरकार द्वारा आयातित तेलों पर ड्यूटी बढ़ाए जाने के बाद सरसों और सोया तेल के बीच का अंतर घटकर ₹25 प्रति किलो रह गया है, जो पहले ₹35 प्रति किलो था। इस अंतर के कम होने और आगे त्योहारों को देखते हुए सरसों तेल में बड़ी मंदी की संभावना कम है। निचले स्तरों से सरसों और सरसों तेल में बड़ी तेजी के बाद यदि यहाँ कुछ करेक्शन आता है, तो भी दिवाली तक सरसों में मजबूती बनी रहेगी। सरसों के मजबूत फंडामेंटल के कारण फिलहाल मंदी की संभावना नहीं है।