सोयाबीन रिपोर्ट
मध्य प्रदेश के कई क्षेत्रों में सोयाबीन की कटाई का काम शुरू हो चुका है, और नई फसल की आवक मंडियों में धीरे-धीरे बढ़ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगले 15 दिनों में मंडियों में सोयाबीन की बंपर आवक हो सकती है। वर्तमान में मंडियों में 10% से लेकर 28% तक की नमी वाले सोयाबीन की बिक्री हो रही है। सोयाबीन की कटाई के ठीक 1 महीने पहले किसानों ने सोयाबीन के भाव बढ़ाने को लेकर आंदोलन शुरू किया था। किसानों की मांग थी कि सोयाबीन के भाव ₹6000 प्रति क्विंटल किए जाएं। हालांकि, इस आंदोलन का बहुत अधिक असर नहीं पड़ा, लेकिन सरकार ने समर्थन मूल्य पर सोयाबीन की खरीदी करने का निर्णय लिया। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, और आंध्र प्रदेश में सरकार द्वारा सोयाबीन की खरीदी ₹4892 प्रति क्विंटल की दर से हो सकती है। मंडियों में अब नई और पुरानी दोनों प्रकार की सोयाबीन की आवक बढ़ने लगी है। इंदौर और उज्जैन की प्रमुख मंडियों में नई सोयाबीन की आवक तेजी से हो रही है। उज्जैन मंडी में सोमवार को 6500 बोरी सोयाबीन की आवक दर्ज की गई, जिसमें से लगभग 1000 बोरी नई फसल की थी। पुरानी सोयाबीन की नीलामी 4655/4736 रुपए प्रति क्विंटल के भाव में हुई, जबकि नई सोयाबीन 3501/4485 रुपए प्रति क्विंटल बिकी। सोयाबीन प्लांट आमतौर पर 15% नमी वाली सोयाबीन को खरीदते हैं। इस समय मंडियों में 18% से 28% तक की नमी वाली नई सोयाबीन आ रही है, जबकि पुरानी सोयाबीन में नमी का स्तर 10% तक होता है।